बस बहुत हो गया.......
ना बात तू कर मजबूरी की,ना बात वफ़ाओं वाली कर!
चल देख ली तेरी मोहब्बत भी,अब दिल मेरा तू खाली कर !!
तेरी यादें ना रखनी पास मुझें,तो इनसे मेरी रिहाई कर !
जो तेरा है वो सब ले जा,अब अपनी ना रुसवाई कर !!
कुछ वक़्त गुज़ारे थे संग में,कुछ कसमे वसमे खाई थी !
वो नहीं रही मासूमियत अब, जो चेहरे पर कभी आयी थी !!
ग़र छूट जाये कुछ पास मेरे तो, तुम वापस लेने ना आना।
मेरे दिल के गलियारें से, तुम अपने निशां मिटा जाना।।
@✍️Shalini Gupta
Doori Ka Ehsaas
ना बात तू कर मजबूरी की,ना बात वफ़ाओं वाली कर!
चल देख ली तेरी मोहब्बत भी,अब दिल मेरा तू खाली कर !!
तेरी यादें ना रखनी पास मुझें,तो इनसे मेरी रिहाई कर !
जो तेरा है वो सब ले जा,अब अपनी ना रुसवाई कर !!
कुछ वक़्त गुज़ारे थे संग में,कुछ कसमे वसमे खाई थी !
वो नहीं रही मासूमियत अब, जो चेहरे पर कभी आयी थी !!
ग़र छूट जाये कुछ पास मेरे तो, तुम वापस लेने ना आना।
मेरे दिल के गलियारें से, तुम अपने निशां मिटा जाना।।
@✍️Shalini Gupta
Doori Ka Ehsaas
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