Maila Man - DOORI KA EHSAAS

Hi Friends ! Welcome to Blog 'Doori Ka Ehsaas'. " Maine Ehsaas likha hai, Tum bas Alfaj padhana."

Recent

Sunday, November 26, 2017

Maila Man

ये तन पावन हैं मानव का
मन कालिख सा मैला क्यू हैं
ये जीवन हैं संघर्षो का
मन इतना कायर सा क्यू हैं
जब तक साँसे है जीवन हैं
साँसो पर जीवन निर्भर क्यू हैं
सब  सुलझा-सुलझा लगता हैं
मन में इतनी उलझन क्यू हैं
जीवन कि अंतिम घडियो मे
अपने अंजाने से क्यू हैं
जब साथ छोड़ देती साँसे
अंजाने अपने से क्यू हैं
ये दुनिया की रस्मे सारी
मेरे मन को ना लुभा पायें
जो सच्चाई हैं इस दुनिया की
उसे देखकर मन व्याकुल क्यू है
ये तन पावन हैं मानव का
मन कालिख सा मैला क्यू हैं

     
DOORI KA EHSAAS
@Shalini Gupta $Ģ

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad

Responsive Ads Here