Conversation - DOORI KA EHSAAS

Hi Friends ! Welcome to Blog 'Doori Ka Ehsaas'. " Maine Ehsaas likha hai, Tum bas Alfaj padhana."

Monday, December 10, 2018

Conversation

20181210_200450_0000

Brack-up ke 1 saal baad
She- आई मिस यू
He- अब इतना तो असर होगा ही तुम पर,
      दिन-रात हमारे दिलो दिमाक पर छाने का।।

She- कैसे हो?
He- टूट सा गया हूँ,
      पर ख़ुद को समेट के रक्खा है मैंने।।

She- कोई और मिल गयी होगी ना तुम्हें जो बहुत प्यार करती होगी?
He- यक़ीनन मिलने को तो लाखों मिले,
      पर पहले वाली ग़लती नही दोहराई मैंने।
       न किसी को दिल दिया, न उम्मीद रखा,
         न फिर कभी चोट खाई मैंने।।

She- मैंने पढ़ा है तुमको तुम्हारी हर बात में मेरा जिक्र रहता है,,
He- मैंने लिखी है अपनी कहानी हर बार
     जब-जब तुम्हारा जिक्र आया मुझे तुमको लिखना पड़ा।।

She- क्या अब भी तुम देर रात तक जागते हो?
 He- इक वक़्त था जब तुमसे बात करने की चाहत मुझे सोने नही देती थी,
और आज तुमसे की गयी हर बात मुझे सोने नही देती।।

She- अब भी गुस्सा होते हो तो तकलीफ़ देते हो खुद को?
He- तुमने मुझसे अलग़ कर के ख़ुद को।
     हर हद्द  पार कर दी दर्द की।।

She- बदल गए हो अब आँखे नम नही होती तुम्हारी...
He-  क्या ज़वाब दूँ तुम्हारे इस सवाल का,
       बस इतना कहूँगा
      कभी देखा है पत्थरों को रोते हुए।।



©® Shalini Gupta
.
Follow her on social  sites

Post Top Ad