Bhula Diya - DOORI KA EHSAAS

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Friday, October 13, 2017

Bhula Diya


         भुला दिया

मेरी गलतियों का उन्होंने अच्छा सिला दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!

जो मेरी हर बात बिन कहे समझते थे !
जो मेरी हसीं में उदासी महसूस करते थे !
जिन आंखों में ख्वाब मेरे सजते थे !

मेरे प्यार का अच्छा सिला दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!

मेरी नादानियां जिनको भाती थीं !
मेरी गलती नज़र न जिसे आती थी !
मेरी बातों से दिन जिनके कटते थे !

मेरी उम्मीद का गला दवा दिया  !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!

रोते हुए जिसको हंसाया था !
रूठ कर खुद जिसे मनाया था !
रातों में जाग कर जिसे सुलाया था !

मेरे प्यार को उन्होंने दगा दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!

जहां को भूल कर जिसे चाहा था !
जिस पर अपनी हर ख़ुशी को लुटाया था !
जिसकी खातिर खुद को मिटाया था !!

किसी और के लिए उसने मुझे दगा दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!

© DOORI KA EHSAAS
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