भुला दिया
मेरी गलतियों का उन्होंने अच्छा सिला दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!
जो मेरी हर बात बिन कहे समझते थे !
जो मेरी हसीं में उदासी महसूस करते थे !
जिन आंखों में ख्वाब मेरे सजते थे !
मेरे प्यार का अच्छा सिला दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!
मेरी नादानियां जिनको भाती थीं !
मेरी गलती नज़र न जिसे आती थी !
मेरी बातों से दिन जिनके कटते थे !
मेरी उम्मीद का गला दवा दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!
रोते हुए जिसको हंसाया था !
रूठ कर खुद जिसे मनाया था !
रातों में जाग कर जिसे सुलाया था !
मेरे प्यार को उन्होंने दगा दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!
जहां को भूल कर जिसे चाहा था !
जिस पर अपनी हर ख़ुशी को लुटाया था !
जिसकी खातिर खुद को मिटाया था !!
किसी और के लिए उसने मुझे दगा दिया !
इक दिन फिर उन्होंने मुझे भुला दिया !!
© DOORI KA EHSAAS
$Ģ
Bhula diya.....amezing
ReplyDeleteThank u soo much
ReplyDeleteThank u soo much
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